माना की "जीवन की कसौटी"में सर्वोच्च है मौन
नियमो का पालन करना भी सिखाता है मौन
जरुरत से ज्यादा संचित होती है ऊर्जा मौन से
तभी तो जीवन में सबसे ज्यादा महत्ता है मौन की
परिवार में संघर्ष की सबसे बड़ी वजह है क्रोध
एक के क्रोध पर दूसरे का मौन रहने में है सोज
मौन रहना एक दूसरे के लिए अत्यंत जरुरी है
इसके बिना संयम परिवार की कल्पना अधूरी है
जिन्दगी में ज्यादा जरुरी तो नहीं है मौन की
घरेलू जिन्दगी में भी जब दस्तक हो मौन की
कई बार कलेश बड़ा कारण बन जाता है मौन
अचानक जिन्दगी में सब कुछ हो जाता है गौण
इतना मौन की कुछ बोले कोई तो,हाँ-ना भी न हो
कोई भी कार्य हो पर"मौन"से जरुरी कुछ भी न हो
वक़्त पर समझदारी का परिचय देना भी जरुरी है
वक़्त क्या कोई ठीक न होने वाली बीमारी है
इंसाफ भी यही है की वक़्त पर जो समझदार है
उसे वक़्त पर समझदारी का पर्याय बनना होगा
खुशहाल वक़्त को लाने के लिए इस जीवन में
कडवे अनुभवों में मधुर मिठास को भरना होगा
****कुंवरानी मधु सिंह ***
नियमो का पालन करना भी सिखाता है मौन
जरुरत से ज्यादा संचित होती है ऊर्जा मौन से
तभी तो जीवन में सबसे ज्यादा महत्ता है मौन की
परिवार में संघर्ष की सबसे बड़ी वजह है क्रोध
एक के क्रोध पर दूसरे का मौन रहने में है सोज
मौन रहना एक दूसरे के लिए अत्यंत जरुरी है
इसके बिना संयम परिवार की कल्पना अधूरी है
जिन्दगी में ज्यादा जरुरी तो नहीं है मौन की
घरेलू जिन्दगी में भी जब दस्तक हो मौन की
कई बार कलेश बड़ा कारण बन जाता है मौन
अचानक जिन्दगी में सब कुछ हो जाता है गौण
इतना मौन की कुछ बोले कोई तो,हाँ-ना भी न हो
कोई भी कार्य हो पर"मौन"से जरुरी कुछ भी न हो
वक़्त पर समझदारी का परिचय देना भी जरुरी है
वक़्त क्या कोई ठीक न होने वाली बीमारी है
इंसाफ भी यही है की वक़्त पर जो समझदार है
उसे वक़्त पर समझदारी का पर्याय बनना होगा
खुशहाल वक़्त को लाने के लिए इस जीवन में
कडवे अनुभवों में मधुर मिठास को भरना होगा
****कुंवरानी मधु सिंह ***
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