Sunday, April 29, 2012

श्री गणेश वन्दना



वन्दौं श्री गणपति पद, विघ्नविनाशन हार।
पवित्रता की शक्ति जो, सब जग मूलाधार॥१॥

हे परम ‍‍ग्यान दाता, सकल विश्व आधार।
छ्मा करें वर दें, विघ्नों से करें उबार॥२॥

हे जग वंदन हे जग नायक!
हे गौरी नंदन! हे वर दायक॥३॥

हे विघ्नविनाशन ! हे गणनायक !
हे भवभय मोचन ! हे जन सुख दायक ! ॥४॥

दया करो हे प्रभु ! दे सबको निर्मल ‍‍ग्यान।
हे सहज संत ! दें हम को यह वरदान॥५॥

मंगलमय हो गीत हमारे करें जन कल्याण।
मातृप्रेम में निरत रहें पावें पद निर्वाण॥६॥

2 comments:

  1. जय श्री गणेशाय नमः

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  2. मंगलमय हो गीत हमारे करें जन कल्याण।

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