**माँ शारदे वंदना **
जयति जयति माँ सरस्वती
जयति माँ वीणा वादिनी
तेरे दर पर खड़े है हम
जयति जयति विद्द्या दायनी---
जयति जयति माँ श्वेत वस्त्र धारिणी
जयति माँ अज्ञान हारिणी
सब और है प्रकाश तुम्हारा
जयति जयति ज्ञान पुंज दायनी ---
जयति जयति माँ श्वेत पुष्प धारिणी
जयति माँ वर दायनी
बुद्धि को मेरी निर्मल कर दो
जयति जयति माँ बुद्धिदायनी----,
जयति जयति माँ जगत प्रदायनी
जयति माँ हंसवाहिनी
जड़त्व को मेरे नष्ट कर दो
जयति जयति ज्ञान दीप प्रकाशिनी -----
**कुंवरानी मधु सिंह*
सुंदर कविता.
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