बहना तू बस हौंसला
न अपना अब तोड़ देना
इन तूफानी लहरों में हाथ
न मेरा छोड़ देना.....
बस धैर्य ना खो अपना अब
लहरों से हम जायेंगे निकल
अवनत पलकों से ना अब
आंसू तू बहा अविरल,,,,
इन भयावह लहरों के बीच से
बहना तुझे निकाल लाऊंगा
जरुरत पड़ी तो लहरों के सामने
चट्टान बनकर खड़ा हो जाऊंगा.....
कुंवरानी मधु सिंह
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